मंडियों में आवक घटने से सरकार ने गेहूं की खरीद एक महीने पहले ही बंद करने की योजना बनाई है। खाद्य मंत्रालय ने इस बावत सभी प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों को पत्र भी लिख दिया है। चालू रबी विपणन सीजन 2013-14 में गेहूं की सरकारी खरीद में 25.5 फीसदी की कमी आकर अभी तक कुल खरीद 249.77 लाख टन की हो पाई है।खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सामान्यत: रबी विपणन सीजन में गेहूं की सरकारी खरीद 30 जून तक चलती है, लेकिन उत्पादक मंडियों में दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,350 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर चल रहे हैं, इसलिए सरकारी खरीद केंद्रों पर इस समय गेहूं की आवक घटकर काफी कम रह गई है।28 मई को एमएसपी पर केवल 18,081 टन गेहूं की खरीद ही हुई है। इसीलिए गेहूं की सरकारी खरीद को महीने भर पहले ही बंद करने का निर्णय लिया है। इस बावत सभी संबंधित राज्यों को पत्र लिखकर सूचित भी कर दिया है।उन्होंने बताया कि चालू रबी विपणन सीजन में सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद में कमी आई है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक एमएसपी पर केवल 249.77 लाख टन गेहूं की खरीद हो पाई है जबकि खरीद का लक्ष्य 440 लाख टन का तय किया था।पिछले रबी विपणन सीजन में एफसीआई ने इस समय तक 335.56 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद की थी जबकि कुल खरीद 381.48 लाख टन की हुई थी।चालू रबी विपणन सीजन में पंजाब से अभी तक एमएसपी पर केवल 108.96 लाख टन गेहूं की खरीद हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 127.51 लाख टन की खरीद हो चुकी थी। इसी तरह से हरियाणा से अभी तक एमएसपी पर केवल 58.72 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है जबकि पिछले साल इस समय तक 86.35 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी।उत्तर प्रदेश से 6.69 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 29.06 लाख टन, मध्य प्रदेश से 63.39 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 75.49 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी। राजस्थान में पिछले साल के 14.09 लाख टन की तुलना में अभी तक केवल 12.16 लाख टन गेहूं की ही खरीद हो पाई है।कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2012-13 में गेहूं का उत्पादन 936.2 लाख टन होने का अनुमान है जो दूसरे आरंभिक अनुमान 923 लाख टन से ज्यादा